चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण विश्व के कई देशों में फैल चुका है। कई देशों ने अपने नागरिकों को चीन न जाने की सलाह दी है. कुछ देशों ने चीन के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। चीन में कोरोना वायरस (Corona Virus) के कारण से अर्थव्यवस्था पर इसकी बहुत बड़ी मार झेलनी पड़ रही है. चीन की अर्थव्यवस्था को हो रहे नुक़सान की एक बड़ी वजह वायरस को फैलने से रोकने हेतु होने वाला खर्चा है। चीन में कोरोना वायरस थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हाल ही में एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार मौत का आंकड़ा अब 1,000 पार कर चुका हैं। इस वायरस से लगभग 42,600 लोग प्रभावित हुए हैं।

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार 04 फरवरी 2020 को इससे 65 लोगों की जान गई थी और ये सभी हुबेई प्रांत और उसकी राजधानी वुहान से थे। यह वायरस वुहान से ही चीन समेत दुनिया के 31 देशों में फैल चुका है। कई देशों ने अपने नागरिकों को चीन न जाने की सलाह दी है। कुछ देशों ने चीन के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन में फैले इस वायरस को अंतरराष्ट्रीय आपात स्थिति घोषित कर दिया है।

इस वायरस से सर्वाधिक लोगों की मौत हुबेई प्रांत में हुई है। यह संक्रमण दुनिया भर में फैल गया है। चीन में फैला कोरोना वायरस विश्व के कई देशों में दस्तक दे रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में भी कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि हो गई है। वुहान से केरल लौटा छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित है। यह छात्र चीन में वुहान विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहा था और कुछ दिन पहले ही लौटा था।


कोरोना वायरस ने बिहार में भी दस्तक दे दी है। इससे पहले मुंबई और जयपुर सहित देशभर में सात संदिग्ध मरीजों की पहचान हुई है। इन सभी को डॉक्टरों की विशेष निगरानी में रखा गया है। चीन में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। वायरस के खिलाफ टीका विकसित करने का निरंतर प्रयास चल रहा है।
 

बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया है।  कोरोना वायरस के फैलते प्रकोपर पर लगाम लगाने की कोशिश के तहत चीन ने अपने मुख्य शहर वुहान को पूरी तरह से बंद कर दिया है। भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों की मदद के लिए वुहान में हॉटलाइन स्थापित की है।

चीन सरकार ने आपातकालीन उपाय के रूप में देश के पांच शहरों को बंद करने की घोषणा की है। वुहान शहर बंद होने से भारतीय छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वुहान में लगभग 700 भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। चीन में कोरोना वायरस (Corona virus) इंसान से इंसान के बीच फैल रहा है। पिछली बार SARS वायरस की वजह से 800 लोगों की मौत हुई थी।

भारत सरकार ने भी इसे लेकर एक एडवाइजरी जारी की है। कोरोना वायरस को लेकर जारी चिंता के बीच भारत समेत विश्वभर के हवाईअड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच हेतु इंतजाम किए जा रहे हैं। इसकी पहचान पहली बार दिसंबर 2019 में चीन के वुहान में हुई थी।

कोरोना वायरस क्या है?

सार्स (SARS) वायरस परिवार का एक नया सदस्य कोरोना वायरस है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार, यह वाइरस सी-फूड से जुड़ा है। यह मानी जा रही है कि इसकी शुरुआत चाइना के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाजार से हुई है।

कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है। फिर यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है और निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों को बढ़ा सकता है। इस वायरस कि सबसे खास बात यह है कि यह किसी भी संक्रमित व्‍यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है।

कोरोना वायरस के लक्षण

कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है। यह बुखार फिर निमोनिया का रूप ले लेता है, जो कि किडनी से जुड़ी तमाम परेशानियों को बढ़ा देता है।

कोरोना वायरस से बचाव

विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, कोरोना वायरस को रोकने के लिए सबसे अच्छी नीति समुद्री भोजन से बचना है। कोरोना वायरस से बचाव को लेकर अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है। कहीं भी बाहर से आने या कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह साफ करें। साफ सफाई बहुत जरूरी है।

कोरोनवायरस को रोकने के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए डॉक्टर जोखिम को कम करने के लिए अन्य महत्वपूर्ण दवाओं का उपयोग कर रहे हैं. कोरोनो वायरस अगर लंबे समय तक अपना प्रभाव बनाए रखने में सफल हो जाए या घातक स्तर पर पहुंच जाए तो जान के लिए खतरा पैदा कर सकता है।

कोरोनो वायरस पर भारत सरकार

स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में वायरस संक्रमण के मद्देनजर विदेश मंत्रालय से 31 दिसंबर से अब तक भारतीय वीजा आवेदन करने वाले यात्रियों की सूची मांगी है ताकि उनसे संपर्क किया जा सके और परामर्श दिया जा सके। स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय से यह भी आग्रह किया है कि वे चीन और उससे लगे देशों के भारतीय दूतावासों में स्थानीय भाषाओं में यात्रा परामर्श जारी करें।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एहतियाती उपाय के तौर पर, पड़ोसी देश से आने वाले यात्रियों की दिल्ली, मुंबई तथा कोलकाता हवाई अड्डों पर थर्मल स्कैनर से जांच करने का निर्देश दिया है

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