- पंचायती राज दिवस पर पीएम मोदी का संबोधन
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीधी बात
- PM मोदी ने लॉन्च की स्वामित्व योजना
कोरोना वायरस संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सभी ग्राम पंचायतों के प्रमुखों को संबोधित किया. पंचायती राज दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने नए ई-ग्राम स्वराज पोर्टल और ऐप की शुरुआत की. इस पोर्टल के जरिए ग्राम पंचायतों की समस्या, उनसे जुड़ी जानकारी एक जगह पर मौजूद रहेगी. यहां अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट से हमें सबक मिला है कि अब आत्मनिर्भर होना काफी जरूरी है.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री बोले कि कोरोना संकट के बीच गांव वालों ने दुनिया को बड़ा संदेश दिया. गांव वालों ने सोशल डिस्टेंसिंग नहीं बल्कि ‘दो गज दूरी’ का संदेश दिया, जिसने कमाल कर दिया.
पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला के मोहम्मद इकबाल से बात की. इकबाल ने बताया कि उन्होंने गांव के हर ब्लॉक को कोरोना वायरस और लॉकडाउन की जानकारी दी, यहां सिर्फ एक ही केस सामने आया था. इस दौरान कर्नाटक के एक व्यक्ति से बात करते हुए पीएम ने कहा कि आजकल वो गांव के प्रमुख से लेकर देशों के प्रमुख तक से बात कर रहे हैं.
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी ने सभी के काम करने के तरीके को बदल दिया है, अब हम आमने-सामने होकर बातें नहीं कर पा रहे हैं. पंचायती राज दिवस गांव तक स्वराज पहुंचाने का अवसर होता है, कोरोना संकट के बीच इसकी जरूरत बढ़ गई है.
संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना संकट से कई तरह की मुसीबतें आईं, लेकिन इससे हमें संदेश भी मिला है. कोरोना संकट ने हमें सिखाया कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा, बिना आत्मनिर्भर बने ऐसे संकटों को झेल पाना मुश्किल है. आज बदली हुई परिस्थितियों ने हमें आत्मनिर्भर बनना याद दिलाया है, इनमें ग्राम पंचायतों का मजबूत रोल है. इससे लोकतंत्र भी मजबूत होगा.
स्वामित्व योजना से मिलेगा फायदा
पीएम मोदी बोले कि 5-6 साल पहले देश की सिर्फ 100 पंचायत ब्रॉडबैंड से जुड़ी थी, लेकिन आज सवा लाख पंचायतों तक ये सुविधा पहुंच गई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन वेबसाइट को शुरू किया गया है, उसके जरिए गांव तक जानकारी और मदद पहुंचने में तेजी आएगी.
ग्राम पंचायतों के प्रमुखों से पीएम ने कहा कि अब गांव की मैपिंग ड्रोन के जरिए की जाएगी, जबकि बैंक से ऑनलाइन लेने में भी मदद मिलेगी. अभी इसकी शुरुआत महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश समेत कुल 6 राज्यों में इसकी शुरुआत हो रही है, फिर हर गांव तक इसे ले जाया जाएगा.
गौरतलब है कि कोरोना संकट की वजह से देश में लॉकडाउन है और सभी सरकारी कार्यक्रम अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही हो रहे हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री राज्यों के मुख्यमंत्रियों, कई क्षेत्रों के प्रतिनिधियों और वाराणसी में भाजपा कार्यकर्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही संबोधित कर चुके हैं.